tag:blogger.com,1999:blog-131688133944299430.post4749891765419472535..comments2023-11-03T07:45:43.083+00:00Comments on Beyond The Second Sex (स्त्रीविमर्श): हिन्दी लेखकों की स्व-अर्जित बदकिस्मतीUnknownnoreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-131688133944299430.post-31554475933813142992008-10-20T19:10:00.000+01:002008-10-20T19:10:00.000+01:00अत्यन्त विचारोत्तेजक सामग्री उपलब्ध कराने के लिए आ...अत्यन्त विचारोत्तेजक सामग्री उपलब्ध कराने के लिए आभार.<BR/><BR/>लेख तो उत्तम है ही, प्रस्तुति - टीप ने और चार चाँद लगा दिए.<BR/><BR/>पुनः-पुनः विचारणीय .... <BR/><BR/> ''ब्राह्मणवाद पर लगातार हमला करना और धर्म की आलोचना के लिए समय या चित्त न निकाल पाना एक गंभीर चूक है। प्रेमचंद की विरासत में इस चूक के लिए कोई जगह नहीं हो सकती।''RISHABHA DEO SHARMA ऋषभदेव शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09837959338958992329noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-131688133944299430.post-11763388745516171312008-10-20T03:21:00.000+01:002008-10-20T03:21:00.000+01:00महादेवी वर्मा इस विधा की जानकर थी |लेकिन उनके विद्...महादेवी वर्मा इस विधा की जानकर थी |<BR/>लेकिन उनके विद्रोह का तरीका अलग था |Vivek Guptahttps://www.blogger.com/profile/14118755009679786624noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-131688133944299430.post-81075621909954636272008-10-20T01:45:00.000+01:002008-10-20T01:45:00.000+01:00जबरदस्त विश्लेषण...सामायिक!!जबरदस्त विश्लेषण...सामायिक!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-131688133944299430.post-1541791905784219542008-10-20T00:43:00.000+01:002008-10-20T00:43:00.000+01:00इस बात से सहमत हूँ कि आज हिंदी के ज्यादा महान साहि...इस बात से सहमत हूँ कि आज हिंदी के ज्यादा महान साहित्यकार वो हैं जो कम पढे जाते हैं। समग्र रूप से धारदार विश्लेषण।सतीश पंचमhttps://www.blogger.com/profile/03801837503329198421noreply@blogger.com