रविवार, 25 मई 2008

अवसर समान कहाँ हैं ?



1 टिप्पणी:

  1. निश्चय ही अवसर की समानता हमारे समाज में स्त्री को अभी तक प्राप नहीं है. बल्कि यूँ कहें कि हमारे देश में तो जीने-जन्मने तक की समानता प्राप्त नहीं है. कारण बहुत सारे हो सकते हैं-मानसिकता से लेकर आर्थिक स्थिति तक.......'बियोंड द सेकंड सेक्स' एक सामजिक आन्दोलन बनें नए और उत्साही लोग जुड़ें तो बात बने...शिरोचित्र और साज-सज्जा सुविचारित और सुरुचि पूर्ण है.

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